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प्रश्न – सारे रचनाकाल को केवल आदि, मध्य पूर्व ,उत्तर इत्यादि खण्डों में आंख मूँदकर में बांट देना — यह भी न देखना कि खण्ड के भीतर क्या आता है ,क्या नहीं , किसी वृतसंग्रह को इतिहास नहीं बना सकता* । किनका कथन है?
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ज्योति राजपूत
प्रश्न - सारे रचनाकाल को केवल आदि, मध्य पूर्व ,उत्तर इत्यादि खण्डों में आंख मूँदकर में बांट देना -- यह भी न देखना कि खण्ड के भीतर क्या आता है ,क्या नहीं , किसी वृतसंग्रह को इतिहास नहीं बना सकता। किनका कथन है?
उत्तर - शुक्ल जी
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