0 Answers
अपनी कहानी का आरम्भ ही उन्होंने इस ढंग से किया है, जैसे लखनऊ के भाँड़ घोड़ा कुदाते हुए महफ़िल में आते हैं।’౼ आचार्य रामचन्द्र शुक्ल ने यह मत किसके सन्दर्भ में कहा ?
0
ज्योति राजपूत
प्रश्न :- अपनी कहानी का आरम्भ ही उन्होंने इस ढंग से किया है, जैसे लखनऊ के भाँड़ घोड़ा कुदाते हुए महफ़िल में आते हैं।'౼ आचार्य रामचन्द्र शुक्ल ने यह मत किसके सन्दर्भ में कहा ?
उत्तर :- इंशाअल्लाह खां
0 Subscribers
Submit Answer